हर वक़्त motivated कैसे रहें ? हमारा दिमाग कुछ ऐसा है कि जब हम किसी की बुराई कर रहे होते हैं या अच्छा बोल रहे होते हैं तो हमारे अंदर अपने आप में एक positivity या negativity आ जाती है। हर वक़्त motivated रहने के लिए हमें positive सोचना होगा , दूसरों के बारे में positive बोलना होगा। अगर आप किसी की तारीफ़ करते हैं तो आपके अंदर एक positive energy आ जाएगी और अगर आप किसी की बुराई करते हैं तो आप उस वक़्त negative feel करेंगे। इसका मतलब ये है कि अगर हम चाहें तो पूरी ज़िन्दगी positive रह सकते हैं। इस लिए दूसरों को negative बोलने से पहले आप को ये सोचना होगा कि वो कमी मुझमे भी हो सकती है।
इसके लिए मैं आपको एक कहानी सुनाना चाहूंगा.....
बहुत समय पहले की बात है एक राज्य था जहाँ पर एक राजा था लेकिन उसकी एक कमज़ोरी थी कि वो एक आँख से देख नहीं पाता था और एक पैर नहीं था उसका। उस राज्य में सभी लोग बहुत ही खुश थे क्यूँकि वो राजा बहुत ही बुद्धिमान और बहादुर था। वो अपने राज्य को बहुत ही अच्छी तरह से संभाल सकता था।
राजा ने एक दिन सोचा कि क्यों न खुद की एक तस्वीर बना ली जाये। फिर दुनिया के एक से एक चित्रकार को बुलाया गया। राजा ने सभी चित्रकारों को हाथ जोड़ कर आग्रह किया कि वो उसकी एक बहुत ही सुन्दर तस्वीर बनाये जो राज महल में लगाई जाएगी।
सारे चित्रकार सोचने लगे कि राजा तो पहले से ही अँधा है और एक टांग भी नहीं है फिर उसकी तस्वीर को बहुत ही सुन्दर कैसे बनाया जाये। ये तो संभव ही नहीं है। ये तो हो ही नहीं सकता कि किसी की आंख नहीं है और उसको अच्छा दिखाया जाये। अगर तस्वीर सुन्दर नहीं हुई तो राजा गुस्सा होकर उन्हें कोई न कोई सजा ज़रूर देगा। यही सोच कर सारे चित्रकारों ने राजा की तस्वीर बनाने से मना कर दिया।
तभी पीछे से एक आवाज़ आयी और एक चित्रकार ने अपना हाथ उठाया और बोला कि मैं आपकी सबसे सुन्दर तस्वीर बना सकता हूँ। और वो तस्वीर आपको बहुत ही पसंद आएगी। राजा इतना सुन कर बहुत खुश हो गया।
फिर चित्रकार जल्दी से राजा की तस्वीर बनाने में जुट गया। काफी देर के बाद उसने एक तस्वीर बनाई। तस्वीर बनने के बाद उसे राजा को दिखाया गया और राजा पूरी तरह से चौंक गया क्यूँकि तस्वीर इतनी सुन्दर बनी थी कि राजा खुद यकीन नहीं कर पा रहा था। राजा के मुख से इतनी तारीफ़ सुन के सभी चित्रकारों ने दांतो तले ऊँगली दबा ली। राजा ने उस तस्वीर के बदले चित्रकार को ढेरों इनाम भी दिए।
अब आप सोच रहे होंगे कि उस चित्रकार ने ऐसा क्या बनाया कि राजा इतने खुश हो गए। उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर बनाई जिसमे राजा एक टाँग को मोड़ कर ज़मीन पर बैठा हुआ था और आँखों को बंद करके वो अपने शिकार पर निशाना लगा रहा था।
तो इस कहानी से हमे ये शिक्षा मिलती है कि हमे सबसे पहले दूसरों की कमियों को छुपाना आना चाहिए। उसे नज़र अंदाज़ करना सीखना चाहिए और positive बातों पर ध्यान देना सीखना चाहिए। हम सब से गलतियाँ होती हैं लेकिन हमे positive side देखनी चाहिए कि उसने करने की कोशिश तो की। वो कुछ कर सकता है इसी लिए उसने कोशिश की। बाकी लोग तो बिना कोशिश किये ही हार मान जाते हैं।
इसके लिए मैं आपको एक कहानी सुनाना चाहूंगा.....
बहुत समय पहले की बात है एक राज्य था जहाँ पर एक राजा था लेकिन उसकी एक कमज़ोरी थी कि वो एक आँख से देख नहीं पाता था और एक पैर नहीं था उसका। उस राज्य में सभी लोग बहुत ही खुश थे क्यूँकि वो राजा बहुत ही बुद्धिमान और बहादुर था। वो अपने राज्य को बहुत ही अच्छी तरह से संभाल सकता था।
राजा ने एक दिन सोचा कि क्यों न खुद की एक तस्वीर बना ली जाये। फिर दुनिया के एक से एक चित्रकार को बुलाया गया। राजा ने सभी चित्रकारों को हाथ जोड़ कर आग्रह किया कि वो उसकी एक बहुत ही सुन्दर तस्वीर बनाये जो राज महल में लगाई जाएगी।
सारे चित्रकार सोचने लगे कि राजा तो पहले से ही अँधा है और एक टांग भी नहीं है फिर उसकी तस्वीर को बहुत ही सुन्दर कैसे बनाया जाये। ये तो संभव ही नहीं है। ये तो हो ही नहीं सकता कि किसी की आंख नहीं है और उसको अच्छा दिखाया जाये। अगर तस्वीर सुन्दर नहीं हुई तो राजा गुस्सा होकर उन्हें कोई न कोई सजा ज़रूर देगा। यही सोच कर सारे चित्रकारों ने राजा की तस्वीर बनाने से मना कर दिया।
तभी पीछे से एक आवाज़ आयी और एक चित्रकार ने अपना हाथ उठाया और बोला कि मैं आपकी सबसे सुन्दर तस्वीर बना सकता हूँ। और वो तस्वीर आपको बहुत ही पसंद आएगी। राजा इतना सुन कर बहुत खुश हो गया।
फिर चित्रकार जल्दी से राजा की तस्वीर बनाने में जुट गया। काफी देर के बाद उसने एक तस्वीर बनाई। तस्वीर बनने के बाद उसे राजा को दिखाया गया और राजा पूरी तरह से चौंक गया क्यूँकि तस्वीर इतनी सुन्दर बनी थी कि राजा खुद यकीन नहीं कर पा रहा था। राजा के मुख से इतनी तारीफ़ सुन के सभी चित्रकारों ने दांतो तले ऊँगली दबा ली। राजा ने उस तस्वीर के बदले चित्रकार को ढेरों इनाम भी दिए।
अब आप सोच रहे होंगे कि उस चित्रकार ने ऐसा क्या बनाया कि राजा इतने खुश हो गए। उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर बनाई जिसमे राजा एक टाँग को मोड़ कर ज़मीन पर बैठा हुआ था और आँखों को बंद करके वो अपने शिकार पर निशाना लगा रहा था।
तो इस कहानी से हमे ये शिक्षा मिलती है कि हमे सबसे पहले दूसरों की कमियों को छुपाना आना चाहिए। उसे नज़र अंदाज़ करना सीखना चाहिए और positive बातों पर ध्यान देना सीखना चाहिए। हम सब से गलतियाँ होती हैं लेकिन हमे positive side देखनी चाहिए कि उसने करने की कोशिश तो की। वो कुछ कर सकता है इसी लिए उसने कोशिश की। बाकी लोग तो बिना कोशिश किये ही हार मान जाते हैं।
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