बहुत समय पहले की बात है कि किसी गाँव में चम्पू नाम का एक किसान रहता था। वो बहुत गरीब था। उसके पास सिर्फ एक गाय ही थी जिसका दूध बेच कर वो अपने घर का गुज़ारा चलाता था। एक बार चम्पू की पत्नी बहुत बीमार पड़ गयी और चम्पू के पास उसके इलाज के लिए पैसे नहीं थे। अपनी पत्नी के इलाज के लिए उसने अपनी गाय बेचने का फैसला लिया और गाय को शहर की तरफ लेकर चल पड़ा।
शहर का रास्ता जंगल से होकर गुज़रता था। रस्ते में उसे एक साधु दिखाई दिए। वो उसके पास गया और पूछा कि वो यहाँ क्या कर रहे हैं। साधु ने कहा कि वो रास्ता भटक गए हैं और भूखे भी हैं।
फिर चम्पू ने उन्हें कहा कि गाँव तो यहाँ से बहुत दूर है , अगर वो चाहें तो मैं अभी अपनी गाय का दूध निकाल कर उन्हें पिला सकता हूँ। ये तो मेरा सौभाग्य होगा।
चम्पू साधु को गाय का दूध निकाल कर देते हैं जिस से साधु की भूख शांत हो जाती है। साधु खुश होकर चम्पू को एक कड़ा देते हुए कहते हैं कि ये एक जादूई कड़ा है, तुम्हे जब भी पैसों की जरुरत होगी तो इसे अपने माथे से लगाना, एक पैसों का पेड़ तुम्हारे सामने प्रकट हो जायेगा। तुम उस पेड़ से अपने जरुरत के अनुसार पैसे तोड़ लेना और फिर वो पेड़ अपने आप गायब हो जायेगा। और तुम्हारे आलावा कोई और इस कड़े का इस्तेमाल नहीं कर सकता। अगर तुम्हारे आलावा किसी और ने इस कड़े का इस्तेमाल किया तो वो न तो बोल पायेगा न ही जीवन भर बिस्तर से उठ पायेगा।
चम्पू साधु का धन्यवाद् करते हुए घर वापस लौट जाता है। घर आकर वो अपनी पत्नी को सारी घटना बताता है। फिर चम्पू उस कड़े को अपने माथे से लगाता है। उसके सामने एक पैसों का पेड़ आ जाता है , वो उसमे से जरुरत अनुसार पैसे तोड़ता है और अपनी पत्नी का इलाज करवाने वैद्य के पास जाता है।
फिर चम्पू रोज़ अपनी जरुरत अनुसार उस पेड़ में से पैसे तोड़ता। धीरे धीरे उसकी गरीबी ख़त्म हो जाती है। गाँव वाले भी चम्पू को देख हैरान रह जाते कि आखिर इसके पास इतने पैसे आये कैसे। फिर एक दिन गाँव के एक आदमी हरी की नज़र उसके घर के अंदर जाती है। वो सब कुछ देख लेता है और उसके मन में लालच पैदा होता है। वो उस पेड़ के पैसे चुराने के बारे में सोचता है।
अगले दिन रात को वो चुपके से चम्पू के घर जाता है और वो कड़ा चुरा लेता है। फिर वो बाहर आकर उस कड़े को अपने माथे से लगाता है लेकिन कोई भी पेड़ प्रकट नहीं होता बल्कि चक्कर खा के नीचे गिर जाता है। वो बोलने की कोशिश करता है किन्तु बेकार। इतने में चम्पू आ जाता है और अपना कड़ा उस से वापस ले लेता है ये बताते हुए कि ये कड़ा उसके आलावा और कोई नहीं इस्तेमाल कर सकता और वहां से चला जाता है।
शिक्षा :- हमें कभी भी किसी से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। हमे भगवान् ने जो दिया है उसी में खुश रहना चाहिए।
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